दुख हुआ , तकलीफ़ हुई, ख़ुशी भी हुई, पर जाने क्यों दिल में कभी ईर्ष्या ना हुई। बचपन दुख हुआ , तकलीफ़ हुई, ख़ुशी भी हुई, पर जाने क्यों दिल में कभी ईर्ष्या ना हुई।...
अभी खत्म नहीं हुई। अभी खत्म नहीं हुई।
नए सपने मेरे अंदर जन्म लेते हैं, कुछ नया करने की हिम्मत जाग जाती है ये जादू है इस मौस नए सपने मेरे अंदर जन्म लेते हैं, कुछ नया करने की हिम्मत जाग जाती है ये जाद...
बसंती राग रे ! बढ़ा अनुराग चढ़ गया ख़ुमार खिला पलाश दहका मन आह लगी वन में आह। बसंती राग रे ! बढ़ा अनुराग चढ़ गया ख़ुमार खिला पलाश दहका मन आह ...
सारी उदासियों को धता बताकर मैंने भी मन ही मन ठान लिया है, मुझे भी जिंदा रहना है इसी सारी उदासियों को धता बताकर मैंने भी मन ही मन ठान लिया है, मुझे भी जिंदा रह...
रिश्तों में ही मिल गया, नेह हर्ष का ढंग। नयन-नयन से यूँ मिले,लगा बसंती रंग। रिश्तों में ही मिल गया, नेह हर्ष का ढंग। नयन-नयन से यूँ मिले,लगा बसंती रंग।